Saturday, March 31, 2018

सरकार का हिन्दू श्रद्धालुओं पर बोझ : अमरनाथ की यात्रा पर बुलेटप्रूफ जैकेट पहनकर जाएं

March 31, 2018

🚩‘बुलेटप्रूफ जैकेट’ देनेवाली नहीं, आतंकवाद समाप्त करनेवाली सरकार चाहिए !

🚩केवल अमरनाथ यात्रा ही नही आज देश के हर कोने में निकाली जाने वाली हिन्दुआें के त्योहारो शोभा यात्राआें पर धर्मांध आक्रमण कर रहे है । दिन दहाड़े जिहादी हिन्दुआें को चुन चुनकर निशाना बना रहे है । एेसी स्थिती में अगर जिहादी आतंकियों को समाप्त करने में देश की यंत्रणा नाकाम हो रही है, तो हिन्दुअों को अपने दैनंदिन जीवन में भी बुलेटप्रूफ जैकेट पहनना पडेगा ? बुलेटप्रूफ जैकेट जैसी उपरी तौर पर समस्या का समाधान निकालने की अपेक्षा सरकार आतंकवाद को ही खत्म करने के लिए प्रयास क्यों नही करती ?

🚩एक आेर सरकार हिन्दुआें के यात्रापर अलग अलग टैक्स लगाकर यात्रा महंगी कर रही है वही दुसरी आेर एेसी वस्तु खरीदने के लिए कह रही है जिससे सामान्य हिन्दू के लिए मुश्किल है । अन्य धर्मो की यात्रा के लिए यात्रियों को मुफ्त सुविधा देनेवाली सरकार क्या हिन्दुआें के लिए मुफ्त में बुलेटप्रूफ जैकेट मुहैया करवाएगी ?
Government burden the Hindu devotees: wear a
bulletproof jacket on the journey of Amarnath


🚩समस्या की जड़ उखाडने के बजाय यदि सरकार बुलेटप्रूफ जैकेट पहनने की सलाह देती है तो यह सरकार की हार सिद्ध करती है !

🚩अमरनाथ यात्रा पर जानेवाले गुजरात के श्रद्धालुओं को इस वर्ष बुलेट प्रूफ जैकेट पहनकर जाना होगा । श्रद्धालुओं को इसके लिए बुलेट प्रूफ जैकेट खरीदनी पड़ेगी या उसका किराया चुकाना पड़ेगा । राज्य सरकार ने हाल ही में दिशा-निर्देश जारी करते हुए बसों से यात्रा पर जानेवाले श्रद्धालुओं के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट पहनना अनिवार्य कर दिया है ! सरकार ने यह निर्णय पूर्व में हुई अप्रिय घटनाओं को ध्यान में रखते हुए लिया है । दिशा-निर्देश में इसी के साथ यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि चालक की आयु 50 वर्ष से कम हो । आपको बता दें कि, कुछ महीने पहले जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में श्रद्धालुओं से भरी बस पर आतंकियों ने हमला बोल दिया था, जिसमें गुजरात के लोग भी सामिल थे ।

🚩गुरुवार को एक अंग्रेजी अखबार से इस संबंध में ट्रांसपोर्ट कमिशनर आर.एम.जाधव ने बात करते हुए कहा, “श्रद्धालुओं को बुलेटप्रूफ जैकेट मुहैया कराने के निर्देश हमें राज्य सरकार से मिले हैं !” 


🚩हालांकि बस ऑपरेटरों का इस बात का कहना है कि जैकेट खरीदना उनकी जेब पर अधिक बोझ डालेगा । वडोदरा के एक टूर ऑपरेटर ने बताया, “अगर हम दिशा-निर्देश का पालन नहीं करेंगे तो राज्य सरकार हमें यात्रा पर लोगों को ले जाने के लिए परमिशन नहीं देगी । इसमें कागजी कार्रवाई से लेकर हमारे लिए ढेर सारी समस्याएं शामिल हैं !”

🚩बडाैदा टूर एंड ट्रैवल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सिद्दीकी गांधी ने कहा, “चूंकि हम बुलेट प्रूफ जैकेट का खर्च नहीं उठा सकते, लिहाजा हमें श्रद्धालुओं से उसे खरीदने के लिए कहना पडेगा । इस जैकेट की कीमत तकरीबन 12 हजार रुपए के आसपास है !” गुजरात से हर वर्ष तकरीबन पांच से सात हजार लोग पंजीकरण कराकर बाबा बर्फानी के दर्शन करने के लिए जाते हैं । वहीं, बगैर पंजीकरण के राज्य से जानेवालों की संख्या 35 हजार के आसपास आंकी गई है । टूर ऑपरेटर्स आमतौर पर यात्रा पर जानेवालों से 10 हजार रुपए वसूलते हैं । गांधी इस बारे में बताते हैं, “जैकेट खरीदने के लिए अगर हम श्रद्धालुओं को बोलेंगे तो यह उनकी जेब पर अधिक भार डालेगा !”

🚩अखिल गुजरात टूरिस्ट व्हीकल ऑपरेटर्स फेडरेशन के अध्यक्ष हरि पटेल का कहना है, “हम कैसे बुलेट प्रूफ जैकेट खरीद सकते हैं, जो आम नागरिकों के लिए आसानी से नहीं मिलती है । निजी टैक्सियों, ट्रेन और हवाई जहाज से आनेवाले यात्रियों पर यह नया नियम लागू नहीं होता है । हम इसके लिए तैयार हैं । लेकिन सरकार को इस बात पर थोड़ा और सोचना चाहिए था !” अमरनाथ यात्रा के लिए देश के तमाम हिस्सों से अब तक 60 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने पहले ही पंजीकरण करा लिया है । बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा के दर्शन के लिए होनेवाली इस यात्रा की शुरुआत 28 जून से होगी । यह 28 अगस्त को समाप्त होगी । स्त्रोत : हिन्दू जन जागृति

🚩सरकार को श्रद्धालुओं की रक्षा करने के लिए सुरक्षा बढ़ा देनी चाहिए और आतंकवाद को खत्म कर देना चाहिए, श्रद्धालु बड़ी मुश्किल से पैसे इकट्ठा करके यात्रा पर जाते है अगर उन पर पैसे का अधिक बोझ डाल दिया तो ये यात्रा भी नही कर पायेंगे यह देश हिन्दुओं का देश है हिन्दुओं की रक्षा तन-मन-धन से करनी चाहिए ।

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